मूरत मात री सगला भगतां रो मनडो मोवै सा
मूरत मात री
मनडो मोवै सा मगन मन निरख्यां होवै सा
मूरत करनल री
नैणा मांही घोर अंधारो उर मांही अपणाई सा
हिवडै रै नैणा सूं बनो मूरत बणाई सा
मूरत मात री
मूरत ऐसी घडी मात री चांद सूरज शरमावै सा
त्रिलोकी रो नाथ ध्यान तज निरखण आवै सा
मूरत मात री
खूब करयो सिणगार मिश्र जी रंग सिंदूर रचावै सा
मुख पर धोली दाढी मात री खूब लुभावै सा
मूरत मात री
दूर दूर सूं टाबर थारै दर्शन रै हित आवै सा
दरश करयां जगदंब रा दुखड़ा कट ज्यावै सा
मूरत मात री
हिडदै में बसज्यो हिंगलाजा प्रांजल देव मनावै सा
रामोतार रै कंठ बसो थारा गुण नित गावै मां
मूरत मात री
प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल
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