Friday, 25 March 2022

भवन में मन लाग्यो करणी माता चिरजा लिरिक्स bhawan me man lagyo Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 शीश मैया ने लोवड़ सोवै

ओ थारै मढ़ री शोभा न्यारी

भवन में मन लाग्यो

ओ दर्शन द्यो मेह दुलारी

भवन में मन लाग्यो


पगल्यां मैया नैं पायल सोवै

पगल्यां मैया नें पायल सोवै

ओ थारै भुजबंद री छिब न्यारी

भवन में मन लाग्यो

ओ मन लाग्यो मेह दुलारी

शरण में में मन लाग्यो



चढणै मैया नै रथड़ो सोवै

ओ थारै केहर री छिब न्यारी

भवन में रंग लागो

ओ दर्शन द्यो मेहदुलारी 

शरण में मन लागो




मुखड़े मैया रै तेज घणेरो 

मुखड़ै मैया रै तेज घणेरो 

ओ जावां निरख निरख  बलिहारी

 भवन में मन लाग्यो


जीमण मां रै पकवान भतेरा

जीमण मां रै है घेवर पैड़ा 

ओ म्हे तो सोहन थाल सजायो

भवन में मन लाग्यो


मढ़ में मैया  रै काबा खेलै

ओ थारो चारण वंश सवायो

भवन में मन लाग्यो


प्रांजल मां चरणा रो चेरो

मां देवराज नैं हेत घणेरो

ओ थारो रामोतार जस गायो

भवन में मन लाग्यो

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

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