मातेश्वरी से एक अरदास
तर्ज : काला गोरा रै दिखै आवता
टेर : भगत पुकारै सगत्यां केहरियो सजाल्यो ये...... 2
साद सुण आओ अंबे आवड़ा....
काला गोरा बीरा सगत्यां लीज्यो अगवाणी ये....... 2
दुख वाला हरज्यो देवी तावड़ा......
टेर....
देशाणै री करणी माता आतुर होय हालो ये...... 2
बार चढण नैं भरज्यो पांवडा
टेर....
जोगड़ तोगड़ खोड़ल आओ मढ़ड़ा वाली माई ये....... 2
ध्याबल वाली करां म्है मनावणा
टेर.....
कलजुग मांही दैत आयो दुनिया सारी डरपै मां....... 2
सूना सूना पड़िया सारा गांवड़ा
टेर.......
खुदड़ धिराणी म्हारी पत राखो महाराणी ये.... 2
बैरीड़ा रा लाग्या मां जमावड़ा
टेर.....
मालै मढ़ वाली म्हारी मात मतवाली ये...... 2
आय संभालो थारा डावड़ा ......
टेर.....
नित उठ पूजै थानैं देवराज जस गावै ये.... 2
प्रांजल नैं दिराज्यो मां दरशावणा ....
टेर.....
प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल
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