Friday, 25 March 2022

अन्नदाता आपरो खुडद नगर प्यारो लागै सा भगतां री टोली घुमर घालै सा इंद्र बाईसा घूमर चिरजा bhagta ri toli ghumar ghale sa chirja indra baisa kavi Pranjal


 दोहा...


सागर हिवडै नेह रो, मुख मधुरिम मुस्कान 

मुकुट हेम रो शीश पे, चरणा च्यारूं धाम



अन्नदाता आपरो खुडद नगर प्यारो लागै सा

बाईसा आपरो करणी भवन प्यारो लागै सा

भगतां री टोली घुमर घालै सा

बायां री टोली घुमर घालै सा



जगदंबा थे तो भगत बचावण वाली जी 

कोपित असुरां को वंश खपावण वाली जी 

तिहूं लोक हुकुम मां थारो ही चालै सा 

भगतां री टोली घुमर घालै सा 




आवड़ अवतारी धिन धिन थारी सकलाई जी

हाजिर नाजिर मां भगतां री करण सहाई जी

संकट में सगती आय संभालै सा

भगतां री टोली घुमर घालै सा



सुरलोक धरा रो धाम खुडद कहलावै सा 

म्हारी मां रै दर सूं कोय नहीं खाली जावै सा

दरबार थारोडै म्हानै भी बुलालै मां



जगजननी थारी चरण शरण सुखदायी जी

प्रांजल पर मैया राखो सदा प्रभुताई जी

सेवगां सूं सांची प्रीत मां पालै सा.....

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

म्हारा किनियाणी किरतार चिरजा लिरिक्स mhara kiniyani kirtar Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 म्हारा किनियाणी किरतार थारी महिमा अपरंपार

मैया दर्शन दीज्यो सा

म्हारा किनियाणी किरतार थारी महिमा अपरंपार

मैया दर्शन दीज्यो सा

डाढ्याली चरणां शरणो दीज्यो सा



करणी थारै प्रताप सूं बीको राजा बण ज्याय

संवली हो मुल्तान जेल सूं शेखो ल्याई छुडाय

ओ पल में व्योम दियो मां नाप थारो तीन लोक धणियाप

मैया दर्शन दीज्यो सा

मेहाई म्हारै सागै रहिज्यो सा


गंग भूप जंग मांही जूझै भूप रह्यो घबराय 

सिंह रूप धर पूगी सगती काल बणी गणराय 

दिन्या बम गौला बरसाय बैरी भाग्या जान बचाय 

मैया दर्शन दीज्यो सा 



कूकर्मी कूकर्म करै जद कूपथ ऊपर जाय 

पापी नै सगती रै सामी मौत खींच ले आय 

कानो करनल से अड़ ज्याय मैया केहर होय नशाय 

मैया दर्शन दीज्यो सा 

डाढ्याली चरणां शरणो दीज्यो सा 



सेवग रै हरदम हाजिर मां ममताली दुलराय 

बिरदाली डाढ्याली मायड़ आधै हेलै आय 

प्रांजल देवराज नित ध्याय रामोतार सुणावै गाय 

मैया दर्शन दीज्यो सा

    प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

मावड़ी देशाणै वाली करणी माता चिरजा लिरिक्स mawadi deshane wali Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 अंबे म्हारी बीस भुजाली मात मावड़ी देशाणै वाली 

अंबे म्हारी लाल धजाली मात मेहाई देशाणै वाली


थे तो चारण कुल अवतारी कर में सोवै तेज कटारी

सजो थे केहर पर असवार मावड़ी देशाणै वाली



तेमड से आवड मां आज्यो म्हानै आशीशा बगसाज्यो 

ल्याजो ल्याजो नवलख साथ मावड़ी देशाणै वाली 



संग में खुडद धिराणी आवो म्हारै कुमकुम पांव धरावो 

आगै  काला गौरा बीर रमै मढ देशाणा मांही 



लागै जोरा सू जयकारा द्वारै ऊबा टाबर थारा 

दीज्यो दर्शन मेह दुलार मावड़ी देशाणै वाली 



आरत थाल सजावा थारो करणी नाम अमी रस प्यारो 

म्हानै राखै लाड लडाय मावड़ी देशाणै वाली 



थारी मूरत मनडै भावै प्रांजल देवराज नित ध्यावै 

महिमा गावै रामोतार मावड़ी देशाणै वाली

   प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

मतवाला भैरुजी चिरजा लिरिक्स matwala bhairu ji chirja lyrics kavi Pranjal


 मतवाला काला रास रमै मढ आगै हां

चौसठ जोगण सागै.... चौसठ जोगण सागै

मतवाला भैरू रास रमै मढ आगै हां



कर कडलो सोवै पगल्यां घूघरिया बजावै... २

छम छम नाचै भैरू नाथ

मतवाला काला.....


 

चढ स्वान सवारी भगतां रा कारज सारै... २ 

मनडै री सुणै मामो बात... 

मतवाला काला 



अंतरियो महकै तेल फुलेल लगावै.... २

शुभ दर्शन मनभाय 

मतवाला काला 



भैरूजी नै ध्यावां सातों ही सुख बगसावै... २

बिगड्या सुधारै मामो काज 

मतवाला काला 



जाजम ढलवाद्यां बाबन बीर बिराजो... २

भैरूजी रुच रुच भोग लगावो 



बल बुद्धि बगसो घट मांही करो थे उजाला... २

प्रांजल रै रहिज्यो मामा साथ

लागी लागी जी लगन करणी माता चिरजा लिरिक्स lagi lagi ji lagan Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 लागी लागी जी लगन मईया थारे नाम री


आई नवलाख शक्तियां म्हारे आगण आज जी ।।




दूर देशा सू थारे रे पाला आवे 


दर्शन कर सेवक सुख पावे  


सारे सारे जी करणादे भगता रा काज जी ॥


ओ आई नवलख सगत्यां....




नवरात्रा में मैया मेलो भारी लागे ।


भगता री  तकदीरा जागे | 


गूंजे गूंजे जी जयकारो करनादे नाम रो ॥


ओ आई नवलख सगत्यां म्हारै ...




आज मैंहाई म्हारे आंगन आओ । 


संग में भैरव मामा नाल्यावो ।


कर कर कोड सुनाऊ चिरजावा शक्तियां रे नाम री


आई नवलख सगत्यां.....






द्वार मैया जी थारे टाबर आया 


अम्बा आरोगो लुंजी लापसी लाया 


ध्यावे ध्यावे जी मैया ने प्रांजल देवराज जी


गावे गावे जी सेवक मां  चिरजावा राज री |


आई नवलख सगत्यां...

भगत पुकारै सगत्यां चिरजा लिरिक्स Bhagat pukare sagtya chirja lyrics kavi Pranjal


 मातेश्वरी से एक अरदास




तर्ज : काला गोरा  रै दिखै आवता 




टेर : भगत पुकारै सगत्यां केहरियो सजाल्यो ये...... 2


 साद सुण  आओ अंबे आवड़ा....




काला गोरा बीरा सगत्यां लीज्यो अगवाणी ये....... 2


दुख वाला हरज्यो देवी तावड़ा......


टेर.... 




देशाणै री करणी माता आतुर होय हालो ये...... 2


बार चढण नैं भरज्यो पांवडा


टेर.... 




जोगड़ तोगड़ खोड़ल आओ मढ़ड़ा वाली माई ये....... 2


ध्याबल वाली करां म्है मनावणा


टेर..... 




कलजुग मांही दैत आयो दुनिया सारी डरपै मां....... 2


सूना सूना पड़िया सारा गांवड़ा


टेर....... 




खुदड़ धिराणी म्हारी पत राखो महाराणी ये.... 2


बैरीड़ा रा लाग्या मां जमावड़ा


टेर.....




मालै मढ़ वाली म्हारी मात मतवाली ये...... 2


आय संभालो थारा डावड़ा ......


टेर..... 




नित उठ पूजै थानैं देवराज जस गावै ये.... 2


प्रांजल नैं दिराज्यो मां दरशावणा ....


टेर.....

        प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

भवन में मन लाग्यो करणी माता चिरजा लिरिक्स bhawan me man lagyo Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 शीश मैया ने लोवड़ सोवै

ओ थारै मढ़ री शोभा न्यारी

भवन में मन लाग्यो

ओ दर्शन द्यो मेह दुलारी

भवन में मन लाग्यो


पगल्यां मैया नैं पायल सोवै

पगल्यां मैया नें पायल सोवै

ओ थारै भुजबंद री छिब न्यारी

भवन में मन लाग्यो

ओ मन लाग्यो मेह दुलारी

शरण में में मन लाग्यो



चढणै मैया नै रथड़ो सोवै

ओ थारै केहर री छिब न्यारी

भवन में रंग लागो

ओ दर्शन द्यो मेहदुलारी 

शरण में मन लागो




मुखड़े मैया रै तेज घणेरो 

मुखड़ै मैया रै तेज घणेरो 

ओ जावां निरख निरख  बलिहारी

 भवन में मन लाग्यो


जीमण मां रै पकवान भतेरा

जीमण मां रै है घेवर पैड़ा 

ओ म्हे तो सोहन थाल सजायो

भवन में मन लाग्यो


मढ़ में मैया  रै काबा खेलै

ओ थारो चारण वंश सवायो

भवन में मन लाग्यो


प्रांजल मां चरणा रो चेरो

मां देवराज नैं हेत घणेरो

ओ थारो रामोतार जस गायो

भवन में मन लाग्यो

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

दर्शन दीज्यो ये म्हारी करुणामय किनियाण करणी माता चिरजा लिरिक्स darshan dijyo ye chirja lyrics kavi Pranjal


 दर्शण दीज्यो ये..... म्हारी करुणा मय किनियाण ..... मेहाई म्हानै दर्शन दीज्यो ये.......


राजी रहिज्यो ये...... मैया बालक भोलो जाण..... डाढ्याली म्हां पर..... राजी रहिज्यो ये






नित उठ सिंवरू आपनै मां, त्याग कपट छल खोट


अटल भरोसो आपरो मां..  ..अटल भरोसो आपरो.... म्हानै ल्यो लोवड़ वाली ओट 


मेहाई म्हानै दर्शन दीज्यो ये......






करणी थारी शरण में, म्हाने चिंत नहीं लवलेश


धोकूं धर धणियाण नै मां, हंसतो रहूं हमेश.... 


डाढ्याली म्हानै दर्शन दीज्यो ये.......






हर पल थारा दरश मिलै मां, कर ऐड़ो प्रबंध 


काबो कर मढ़ मांयलो मां,...काबो कर मढ़ मांयलो.... . म्हानै बीसहथी भुजलंब 


डाढ्याली म्हानै दर्शन दीज्यो ये.......






भगतां नै भव तारणै, मां चारण रै घर आय 


सोरा राखो सेवगां मां ,.... .सोरा राखो सेवगां..... म्हारी आदि सगत सुरराय 


डाढ्याली म्हानै दर्शन दीज्यो ये.......












बीच भंवर प्रांजल री नैया, आप भरोसै माय 


बीच भंवर मां म्हारी नैया, आप भरोसै माय


पार करो परमेश्वरी अब..... पार करो परमेश्वरी.... थारी गुण कथ चिरजा गाय...

   प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

पडै जद भीड़ भगतां पे करणी माता चिरजा लिरिक्स pade jad bheed bhagta pe Karni Mata chirja lyrics kavi Pranjal


 पड़ै जद भीड़ भगतां पै मैया दोडी दौडी आय

बढै जद पीड़ भगतां रै मैया दौड़ी दौडी आय

दौडी दौडी आय.... हां जी म्हारी सांची करनल माय

पडै जद भीड़ भगतां पे......


देपा जी लश्कर ले सागै करणू गांव में जावै जी

हाथ जोड करनल नै अणदो घर पर न्यूंत बुलावै जी

हां करोजी म्हारी ढाणी में विश्राम अंबा द्यो चरणां में स्थान

पडै जद भीड़ भगतां पे



गांव का सारा लोग लुगाई मन चाया वर पाया जी

अणदो हो सेवा में तर्जन ऊबो शीश झुकायां जी

हां करूंली थारी पग पग बेटा साय मेहाई दियो आज अभय वरदान

पडै जद भीड़ भगतां



अंबा री आशीषां पाकर अणदो मौज उडावै जी

धन दौलत का घर में वासा सुख संपत सरसावै जी

हां भरया जी बीकै अन्न धन का भंडार अंबा राखै लाड दुलार

पडै जद भीड़..... 



अणदो उतरै कूंवै मांही अबखी बेल्यां आवै जी 

किस्मत रै लेखा सूं उणरी लाव टूट पड ज्यावै जी 

हां रटण लाग्यो रो रो करणी नाम मैया द्यो प्राणा रो दान 

पणै जद भीड़ 



टेर भगत री कानां पडतां दुंभी रूप धरावै जी 

दोय मुखां सू लाव पकड़ मां दास री जान बचावै जी 

हां चतुर्दिक हो रही जय जयकार भवानी थारी लीला अपरंपार 

पडै जद भीड़.... 


मत भटको भरमी में भायां मां करणी नै ध्यावो जी 

बिगड्या सारा काम बणैला दर पर शीश झुका वो जी 

हां मेहाई म्हारी ममता रो दरियाव प्रांजल नै राखो लोवड़ छांव 

पडै जद भीड़ भगतां......

     प्रहलाद कविया प्रांजल 

राखो राखो ये डाढ्याली छायां लोवड़ री करणी माता चिरजा लिरिक्स rakho rakho ye dadhyali chhaya lovad ri Karni Mata fagun chirja lyrics kavi Pranjal


 राखो राखो ये..... डाढ्याली छाया लोवड री.... माथै राखो ये.....

लोवड री थारी लोवड री...

राखो राखो ये.....



जगदंबा जोरांली थारी लोवड़ सूर लुकावै जी

भांप शेख सिर गाज गिरत आडी तण ज्यावै जी

राखो राखो ये



थलवट माथै थान मात थारी जगमग जौत सवाई जी 

अगणित भगतां री ओ मढ़ तकदीर जगाई जी

राखो राखो ये



देशां बिच में देश देशाणो बागां औरण न्यारो जी

करणी मां जठै गाय चराता मधुवन प्यारो जी

राखो राखो ये



केहर छोड भूप पर गौरा *कूडो कपट रचावै जी*

मां करणी रो दास सिंह भी चीर बगावै जी

राखो राखो ये 



गंग भूप गरबीलो ठाकर जोधां में जबरैलो जी

सावण भादो भोग करयो थारो सबसूं पैलो जी


राखो राखो ये



थारोडै दर भगत घणेरा दूर दूर सूं आवै जी

आवै मुख मुरझाया लेकर हंसता जावै जी

रखो राखो ये 



प्रांजल देव सदा ही मैया राखो थे शरणाई जी

रामोतार रटै नित करणी, रहो सहाई जी

राखो राखो ये

  प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

थे हो आवड़ रा अवतार इन्द्र बाईसा चिरजा लिरिक्स the ho awad ra avtar chirja lyrics kavi Pranjal


 आ मारवाड़ रै बीच मां नगरी थारी जी....२

थे हो आवड़ रा अवतार भगत हितकारी जी ...२


ओ थारै मुख सूरज सो तेज मुरत मतवारी जी .....२ 

निरखत मां हुया निहाल लगै छिब प्यारी जी .......२

थे हो आवड़ रा अवतार


थारै कर में सोवै मात तेज तलवारी जी ...२

सिर ऊपर पेच सुरंग मां शोभा न्यारी जी .....२

थे हो आवड़ रा अवतार


थारै चरणां च्यारूं धाम ध्यावै नर नारी जी ...२

मां करै भगतां री सहाय रखै रखवारी जी ...२

थे हो आवड़ रा अवतार


मां थे एक युग मारयो कंस बण्या बनवारी जी ....२

बण त्रेता युग में राम अहिल्या तारी जी .....२

थे हो आवड़ रा अवतार


थारै परचां रो नहीं पार सकलाई मां थारी जी ....२

धिन धिन  धापू मात की राजदुलारी जी ....२

थे हो आवड़ रा अवतार


आगै भी उबारया दास अब म्हारी बारी जी.....२

प्रांजल पर करज्यो महर मां अरजी उचारी जी ....२ 

थे हो आवड़ रा अवतार

   प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

करनल बेगा सा पधारो टाबर बाट निहारै चिरजा लिरिक्स karnal Bega sa padharo chirja lyrics kavi Pranjal


 करनल बेगा सा पधारो टाबर बाट निहारै

बाट निहारै ओ सेवग बाट निहारै 

डाढ्याली बेगा सा पधारो बालक बाट निहारै


मेहाई देशाणै मंदिर रै मांही रास रचावै 

रास  रचावै  ओ नवलख रास रचावै 

मेहाई देशाणै मंदिर रै मांही रास रचावै



मेहाई निज मढ़ मांही सेवक जौत जगावै 

जौत जगावै ओ थारी महिमा गावै 

मेहाई निज मढ़ मांही सेवग जौत जगावै



मेहाई थारोड़ै मंदिर में काबा धूम मचावै 

धूम मचावै मात रा दर्शन पावै 

मेहाई थारोडै मंदिर में काबा धूम मचावै



डाढ्याली सेवगड़ा री साद सुणन्ता दौड़्या आवै 

दौड्या आवै मावड़ी शेर सजावै 

मेहाई सेवगां री साय करण नै दोड्या आवै


डाढ्याली देशाणै मंदिर मांही जयकारा लागै 

जयकारा लागै दरश कर दुखड़ा भागै 

डाढ्याली दैशाणै मंदिर मांही जयकारा लागै


मेहाई प्रांजल देव आपनै मैया रोज मनावै 

रोज मनावै मात थारो शरणो चावै

डाढ्याली प्रांजल देव आपनै मैया रोज मनावै



मावड़ी रामोतार फतेहपुर वालो चिरजा गावै 

चिरजा गावै ओ मुरली जौत जगावै

मेहाई रामोतार आपरी अंबा चिरजा गावै

    प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

औरण परिक्रमा चिरजा लिरिक्स कवि प्रांजल oran wali parikrama lyrics


 चवदस वाली रात चांदणी, हरियो बाग सुहाणो जी 

नवलाख रमण नैं ,आवै जी औरण में

थारा दास गुलाल, उडावै जी औरण में 


दडबड दौड्या टाबर थारा, फेरी आज लगावै जी 

मनड़ै री आस पुरावै मां औरण में

टेर....


अरजी सुण जगदंबा थे तो संवली रूप धराज्यो जी 

थारा भगतां नै दर्श दिराज्यो जी औरण में

टेर....


भगतां पर किरपा बरसावो सिर पर हाथ धराओ जी 

मां थे बिगड्या काज बणावो जी औरण में

टेर


औरण मांही गूंजै थारा जोरां सूं जयकारा मां

थारी पग रज शीश लगावां जी औरण में

 टेर .....


औरण मां उपवन अलबेलो, मखमल रेत सुहावै जी 

मीठा बोर घणा मन भावै जी औरण में 

टेर ......


शारद नारद करत आरती ,देव सुमन बरसावै जी 

थारा सुर नर ऋषि गुण गावै जी औरण में

टेर .......


रामोतार कै सागै मुरली ,प्रांजल देव भी आवै  जी 

थारो हरख हरख जस गावै जी औरण में

टेर.......

धिन देशाण धजा धणियाप चिरजा लिरिक्स Dhin deshan dhaja dhaniyap chirja lyrics


 धिन देशाण धजा धणियाप

नवलख रास रमै मढ़ मांय



टूटत लाव अणद घबराय

हे करणी मां प्राण बचाय 

दुंभी रूप तुरंत दर्शाय 

नवलख रास रमै मढ़ मांय



शेखो सिंध कैद रै मांय

करुणा करणी पार लगाय 

चील रूप धर शेखो ल्याय

नवलख रास रमै मढ़ मांय



सुत कोलायत प्राण गमाय 

जमपुर जा जम नै धमकाय 

कर काबा राखूं मढ़ मांय

नवलख रास रमै मढ़ माय



पीथल साद सुणी सुरराय

अकबर जद नारी बुलवाय

कंठ पकड़ नवखंड सिधाय

नवलख रास रमै मढ़ मांय


म्हैन्द्र प्रांजल अरज लगाय 

रामोतार कीरत नित गाय 

सुख संपत बगसो सुरराय 

नवलख रास रमै मढ़ माय

महेन्द्र कविया & प्रह्लाद कविया प्रांजल 

मामा म्हारै आंगण आय भैरवा चिरजा लिरिक्स Mama mhare angan aay bhairwa lyrics kavi Pranjal


 मामा म्हारै आंगण आय भैरवा

रै मिणधर म्हारै आंगण आय भैरव



मुख मंडल पर तेज करारो लांगडिया लटियाला भैरू

दोन्यू भाई संग सदा ही ऊबा गौरा काला भैंरू

म्हानै प्यारो लागै मामा.... म्हानै प्यारो लागै थारो नाम भैरवा

टेर....


देवी रै अगवाण सदा ही नाचै गावै रिझावै भैरू 

हाथां कडलो पगल्यां छम छम घूघरिया घमकावै भैरू 

डम डम  बाजै डमरू थिरके... डम डम बाजै डमरू थिरके पांव भैरवा 

टेर..... 


सुणज्यो नाथ कुचिपल वाला आंगण म्हारै आज्यो भैरू 

थाल सजा पकवान परोसू जाजम ढाल बिराजो भैरू 

म्हानै बल बुद्धि रो दिज्यो.... म्हानै बल बुद्धि रो द्यो उपहार भैरवा 



नौसेरो भरपूर सवामण बाकलिया मन भावै भैरू 

सेवक काज सुधारण देवा दौड्यो दौड्यो आवै भैरू

प्रांजल पर राखो किरपा री छांव भैरवा 

टेर

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

Tuesday, 8 March 2022

आस टूटण लागी मां चिरजा लिरिक्स कवि प्रांजल Aas tutan lagi ma chirja lyrics

 


अब आस टूटण लागी मां

सुनो जी अंबे

आस टूटण लागी मां

कि कद तक जोवां थारी बाट

कहो कीनियाणी मां


रिपु घन घनन घनन घण गाजै

आंसुं देख अव्वल गती आजै

साय करण मत देर लगा

अब सांस घुटन लागी मां 

सुनो जी अंबा

आस टूटण लागी मां 

कि कद तक जोवां थारी बाट 

कहो कीनियाणी मां.... 2


विपदा रोज  लपेटा मारै

सिंह चढ़ आज्यो संग सगत्यां रै

तारणहारा क्यूं नहीं तारे 

अब सांस घुटण लागी मां 

कहो जी अंबा 

सांस घुटण लागी मां 

कि कद तक जोवां थारी बाट 

कहो कीनियाणी मां...... 2


जमपुर जाकर लाल ले आई

झट महिषासुर मार भगाई

साय करण शेखै के धाई

बिड़द मत भूलो मां

सुनो जी अंबे

बिड़द थारो लाजै मां

कि कद तक जोवां थारी बाट

कहो कीनियाणी मां..... 2


आवड़ री थानैं आण मेहाई

हर संकट दिखला प्रभुताई

प्रांजल रै मां रहिज्यो सहाई

अब तो आ ज्याओ  मां

सुनो जी अंबे

अब तो आ ज्याओ मां

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

मूरत मात री चिरजा लिरिक्स मूरत करनल री murat mat ri chirja lyrics kavi Pranjal Karni Mata fagun chirja lyrics

 



मूरत मात री सगला भगतां रो मनडो मोवै सा

मूरत मात री

मनडो मोवै सा मगन मन निरख्यां होवै सा

मूरत करनल री



नैणा मांही घोर अंधारो उर मांही अपणाई सा 

हिवडै रै नैणा सूं बनो मूरत बणाई सा 

मूरत मात री 



मूरत ऐसी घडी मात री चांद सूरज शरमावै सा 

त्रिलोकी रो नाथ ध्यान तज निरखण आवै सा 

मूरत मात री 



खूब करयो सिणगार मिश्र जी रंग सिंदूर रचावै सा 

मुख पर धोली दाढी मात री खूब लुभावै सा 

मूरत मात री 


दूर दूर सूं टाबर थारै दर्शन रै हित आवै सा 

दरश करयां जगदंब रा दुखड़ा कट ज्यावै सा 

मूरत मात री 



हिडदै में बसज्यो हिंगलाजा प्रांजल देव मनावै सा 

रामोतार रै कंठ बसो थारा गुण नित गावै मां 

मूरत मात री

प्रहलाद सिंह कविया प्रांजल 

सातम वाळी झाँकी

मामा म्हारै आंगण आव भैरवा चिरजा लिरिक्स

  मामा म्हारै आंगण आय भैरवा रै मिणधर म्हारै आंगण आय भैरव मुख मंडल पर तेज करारो लांगडिया लटियाला भैरू दोन्यू भाई संग सदा ही ऊबा गौरा काला भैं...