Monday, 29 October 2018

करणी माता दोहा

दोहा:-



*मुखड़ै चमके तेज, पग कंचन री पावड़ी।*
*गजब रंगी रंगरेज, मां करणी री लोवड़ी।*

*हाथां में त्रिशूल, नैणा में सृष्टि बसै।*
*बोली बरसै फूल,  प्यारा लागो करनला ।*

*धरिया धरती पांव, चंदन सम माटी हुई।*
*बडभागी बो गांव, देशाणुं मातेश्वरी।*

*मनड़ो घणों विशाल, राखै किनियाणी सदा।*
*झट पुचकारै लाल, दोष माफ कर अम्बिका।*

*निशदिन थानैं याद, सरहद ऊपर करनला ।*
*करै भक्त प्रह्लाद,ध्यान राखजै भगवती।*


चिरजा:-लाखीणी लोवड़ी


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