दोहा:-
*मुखड़ै चमके तेज, पग कंचन री पावड़ी।*
*गजब रंगी रंगरेज, मां करणी री लोवड़ी।*
*हाथां में त्रिशूल, नैणा में सृष्टि बसै।*
*बोली बरसै फूल, प्यारा लागो करनला ।*
*धरिया धरती पांव, चंदन सम माटी हुई।*
*बडभागी बो गांव, देशाणुं मातेश्वरी।*
*मनड़ो घणों विशाल, राखै किनियाणी सदा।*
*झट पुचकारै लाल, दोष माफ कर अम्बिका।*
*निशदिन थानैं याद, सरहद ऊपर करनला ।*
*करै भक्त प्रह्लाद,ध्यान राखजै भगवती।*
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