(टेर) ओ हेलै आज्यो ये सुरराया थांसु गरज
घणी(सरै) , ओ हेले आज्यो ये।
1 कई महीपति को राज बढ़ायो,कई-कई दुष्ट खपाणी मां
जग तारण घर चारण आई रिद्धु बाई सा
हेले आज्यो ये...
2 नवखण्डा नवलाख बिराजै झिलमिल जोत सवाई मां
सात द्वीप अर भवन चतुर्दश शोभा भारी(न्यारी) मां
हेले आज्यो ये...
3 बिकाणो बिका नै बगस्यो,दशरथ थान थपायी मां
सम्भली होय सिंध जा पहुंची,शेखो ल्याई मां
हेले आज्यो ये....
4 अगम निगम तेरो भेद बखाने,परवाड़ा अति भारी मां
सुर,मुनि,शेष,शारदा सुमिरे,करो सहाई जी
हेले...
5 चौसठ जोगण राग छतीसों,अनहद नाद निराळी माँ
नवलख रास रचावो जोगण जग प्रतिपाळी मां
हेले...
6 मात भवानी, पूरा जग आशा,महेंद्र शीश निवावै मां
रामोतार राज री "चिरजा" मन सूं गावै मां
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