Wednesday, 12 May 2021

Mata ji ki chirja hele aajyo maa

 (टेर) ओ हेलै आज्यो ये सुरराया थांसु गरज    

         घणी(सरै) , ओ हेले आज्यो ये।


1 कई महीपति को राज बढ़ायो,कई-कई दुष्ट खपाणी मां

जग तारण घर चारण आई रिद्धु बाई सा


हेले आज्यो ये...



2 नवखण्डा नवलाख बिराजै झिलमिल जोत सवाई मां

सात द्वीप अर भवन चतुर्दश शोभा भारी(न्यारी)  मां

हेले आज्यो ये...


3 बिकाणो बिका नै बगस्यो,दशरथ थान थपायी मां

सम्भली होय सिंध जा पहुंची,शेखो ल्याई मां

हेले आज्यो ये....



4 अगम निगम तेरो भेद बखाने,परवाड़ा अति भारी मां

सुर,मुनि,शेष,शारदा सुमिरे,करो सहाई जी

हेले...



5 चौसठ जोगण राग छतीसों,अनहद नाद निराळी माँ

नवलख रास रचावो जोगण जग प्रतिपाळी मां

हेले...



6 मात भवानी, पूरा जग आशा,महेंद्र शीश निवावै मां

रामोतार राज री "चिरजा" मन सूं गावै मां

हेले.....

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