Satam wali jhanki
सातम वाळी झांकी
थारी सातम वाळी झांकी,मन भावै लागै आछी
ओ म्हारा-2 मेहाई सरकार अनोखी थारी झांकी
थांरी मोत्यां मूरत जड़ाई(जड़ावां)
पन्ना री छाप सजाई(सजावां)
ओ अम्बा 2 घणो करयो(करां) सिणगार
अनोखी....
थांरी मोहनी मूरत लुभावै,थांरे सेवक चँवर झुरावै
ओ थानै 2 नित सत बारम्बार(ओ माता झालर री झनकार) अनोखी....
थारे दूर देशां सु आवै,मनडै रा पुष्प चढ़ावै
ओ लागै 2 भक्तां भीड़ अपार
अनोखी....
थांरो जबरो बिरद नीराळो,अगवानी गोरो कालो
ओ अम्बा 2 पुष्प रह्या बरसाय(ओ अम्बा निरत करै दे ताल) अनोखी....
मां संभली बनकर आज्यो,भक्ता नै दरश दिराओ(दिराज्यो)
मां ल्याजो 2 नवलख सगत्या साथ(आज्यो सातों बहना साथ) अनोखी...
मां चील रूप धर आया,म्हारा सोया भाग जगाया
मनड़ो दर्शण कर हर्षाय(सेवक दरसण कर हर्षाय)
अनोखी....
मां पुरै जग की आशा,नवलाख उड़ै आकाशां
कीरत महेंद्र कविया गाय
अनोखी...
महेंद्र कविया भवानीपुरा
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