चरण तुम्हारे चारणी,देवी मढ देसांण।
भवतारण मां भगवती,करणी सुण किनियांण।।१
सार संभालण सगती,है तोय सोह हाथ।
मार तार को मावङी,नमन तोय ओ नाथ।।२
बाल गिरधर री बिनती,एक सहाई आप।
पोषण कर मो पालणा,धन दोलत दें धाप।।३
****श्री करणी शरणम्****
मामा म्हारै आंगण आय भैरवा रै मिणधर म्हारै आंगण आय भैरव मुख मंडल पर तेज करारो लांगडिया लटियाला भैरू दोन्यू भाई संग सदा ही ऊबा गौरा काला भैं...